भगवान शिव की पूजा पुरे भारत वर्ष में किया जाता है, सबसे ज्यादा बनारस में शिव जी की मान्यता है। इनके शिव मंत्र हिंदी में है जिसका जाप करने से भक्तों के जीवन में किसी भी प्रकार की विपदा या कष्ट खत्म हो जाते है, और जीवन में सदा अध्यात्म के मार्ग पर जुड़े रहते है।
भगवान भोलेनाथ के कई Shiv mantra in hindi हैं जिनका जाप करने से भक्तों को अनेक लाभ प्राप्त होते हैं, जिन्हे हम महान अनुभवी पंडित जी से जाप करने की विधि, शिव भक्तों के साथ साँझा करेंगे। हमारे हिंदू धर्म में Shiv puja mantra का महत्व अत्यधिक माना जाता है। मंत्रों का उच्चारण और ध्यान करने से, हमारे मन को शांति और आनंद की प्राप्ति होती है।
शिव मूल मंत्र
ॐ नमः शिवाय…॥
रूद्र मंत्र
ॐ नमो भगवते रूद्राय…॥
रूद्र गायत्री मंत्र
ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय…
धीमहि तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्॥
महामृत्युंजय मंत्र
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्…
उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥
शिव प्रार्थना मंत्र
करचरणकृतं वाक् कायजं कर्मजं श्रावण वाणंजं वा मानसंवापराधं…
विहितं विहितं वा सर्व मेतत् क्षमस्व जय जय करुणाब्धे श्री महादेव शम्भो ॥
शिव नमस्कार मंत्र
शम्भवाय च मयोभवाय च नमः शंकराय च मयस्कराय च नमः शिवाय च शिवतराय च…
ईशानः सर्वविध्यानामीश्वरः सर्वभूतानां ब्रम्हाधिपतिमहिर्बम्हणोधपतिर्बम्हा शिवो मे अस्तु सदाशिवोम ॥
शिव नामावली मंत्र
श्री शिवाय नम:
श्री शंकराय नम:
श्री महेश्वराय नम:
श्री सांबसदाशिवाय नम:
श्री रुद्राय नम:
ॐ पार्वतीपतये नम:
ॐ नमो नीलकण्ठाय नम:
शिव आवाहन मंत्र
ॐ मृत्युंजय परेशान जगदाभयनाशन …।
तव ध्यानेन देवेश मृत्युप्राप्नोति जीवती ॥
वन्दे ईशान देवाय नमस्तस्मै पिनाकिने…
नमस्तस्मै भगवते कैलासाचल वासिने ॥
आदिमध्यांत रूपाय मृत्युनाशं करोतु मे…
त्र्यंबकाय नमस्तुभ्यं पंचस्याय नमोनमः ॥
नमोब्रह्मेन्द्र रूपाय मृत्युनाशं करोतु मे…
नमो दोर्दण्डचापाय मम मृत्युम् विनाशय ॥
देवं मृत्युविनाशनं भयहरं साम्राज्य मुक्ति प्रदम् …
नमोर्धेन्दु स्वरूपाय नमो दिग्वसनाय च ॥
नमो भक्तार्ति हन्त्रे च मम मृत्युं विनाशय…
अज्ञानान्धकनाशनं शुभकरं विध्यासु सौख्य प्रदम् ॥
नाना भूतगणान्वितं दिवि पदैः देवैः सदा सेवितम् …
सर्व सर्वपति महेश्वर हरं मृत्युंजय भावये ॥
शिव स्तुति मंत्र
ॐ नमो हिरण्यबाहवे हिरण्यवर्णाय हिरण्यरूपाय हिरण्यपतए
अंबिका पतए उमा पतए पशूपतए नमो नमः
ईशान सर्वविद्यानाम् ईश्वर सर्व भूतानाम् …
ब्रह्मादीपते ब्रह्मनोदिपते ब्रह्मा शिवो अस्तु सदा शिवोहम …
तत्पुरुषाय विद्महे वागविशुद्धाय धिमहे तन्नो शिव प्रचोदयात् …
महादेवाय विद्महे रुद्रमूर्तये धिमहे तन्नों शिव प्रचोदयात् …
नमस्ते अस्तु भगवान विश्वेश्वराय महादेवाय त्र्यंबकाय त्रिपुरान्तकाय त्रिकाग्नी कालाय कालाग्नी
रुद्राय नीलकंठाय मृत्युंजयाय सर्वेश्वराय सदशिवाय श्रीमान महादेवाय नमः
शिव मंत्रों के जाप करने की विधि
- स्नान – भगवान शिव की पूजा या जाप करने से पहले स्नान करके साफ – सुथरे कपड़े पहने।
- पूजास्थान – आप जिस भी स्थान घर या मंदिर जहा भी पूजा करे वह भी सफाई कर लें।
- शिव जी की प्रतिमा – आप जब भी मंत्र का जाप करने बैठे शिव जी के प्रतिमा के सामने ही बैठे।
- अर्पित करे – भगवान शिव को बेलपत्र, भांग, धतूरा, आक या मदार का फूल, दूध, धूप, कपूर, रोली, चंदन, अक्षत इत्यादि चढ़ाये।
- ध्यान – अब आप गाय के घी का दीपक जलाये और आंख बंद करके कुछ समय के लिए ध्यान करें।
- मंत्र जाप – आप अपनी श्रद्धा से शिव जी का कोई भी मन्त्र का जाप ध्यान से करें।
- कितनी बार करें – यह आपकी भक्ति और समय पर निर्भर है की मंत्रों का जाप आप 108 बार या उससे कम भी कर सकते हैं।
- पूजा समाप्त – जाप खत्म करने बाद आप भगवान शिव की आरती करके पूजा समाप्त करें।
- आशीर्वाद – अंत में आप भगवान से पूजा में हुयी त्रुटि के लिए क्षमा मांगे और मनोकामना पूर्ण होने के लिए आशीर्वाद मांगे।
शिव मंत्र के जाप करने के लाभ
- मनोकामना पूर्ण – भगवान शिव की सच्ची श्रद्धा से जाप और पूजा करने से मनोकामना पूर्ण होती है।
- आत्मविश्वास – शिव जी के मंत्रों का जाप करने से आपका आत्मविश्वास बढ़ता है।
- उन्नति – शिव जी की कृपा से आपके जीवन में सदा उन्नति होती है।
- नकारात्मक शक्ति – शिव जी के किसी भी मंत्र का जाप करने से घर और आप के जीवन से नकारात्मक शक्ति दूर होती है।
- अध्यात्म – भगवान शिव की पूजा और मंत्रों का जाप करने से आप सदा अध्यात्म के मार्ग पर चलते हैं।
- स्वास्थ्य जीवन – भगवान भोलेनाथ की कृपा से आपका जीवन सदा ही स्वास्थ्यमय होता है।
- सुख शांति – भोलेनाथ जी के मंत्रों का जाप करने से जीवन में सुख शांति बनी रहती है।
FAQ
शिव जी के मंत्रों का जाप कौन – कौन कर सकता है ?
शिव भगवान के मंत्रों का जाप सभी लोग श्रद्धा से कर सकते हैं।
शिव जी के मंत्रों का जाप कब करना चाहिए ?
शाम और सुबह के समय मंत्रों का जाप करना उचित समय माना जाता है।
भगवान शिव के मंत्रों का जाप किस दिन करना चाहिए ?
यह आपकी भक्ति और समय पर निर्भर है आप चाहे तो प्रतिदिन जाप कर सकते हैं और समय न होने पर सोमवार के दिन शिव जी की पूजा और जाप अवश्य करे।