शिव शक्ति मंत्र | Shiv Shakti Mantra: सकारात्मक ऊर्जा

हमारे हिन्दू धर्म में भगवान शिव को जीवन का चेतना कहा जाता है और माता पार्वती को समस्त प्रकृति कहा जाता है और  इन्ही दोनों से समस्त संसार का  निर्माण होआ  है इसलिए माता पार्वती और भगवान शिव दोनों के ऊर्जा और शक्ति का एक साथ आवाह्न करने के लिए या दोनों को साथ याद करने के लिए शिव शक्ति मंत्र का जाप किया जाता है। 

दोनों लोगों को एक साथ प्रसन्न करने के लिए और दोनों की एक साथ कृपा पाने के लिए सभी भक्त Shiv Shakti Mantra का जाप कर  सकते हैं। इस शिव मंत्र का जाप करने से सकारात्मक ऊर्जा बना रहता है और मनोकामना पूर्ण होती है। 

ॐ सर्वमंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थसाधिके।
शरण्ये त्रयम्बके गौरी नारायणी नमोस्तुते ॥

शिव शक्ति मंत्र जाप करने की विधि

  • स्नान- इस मंत्र जाप करने से पहले स्नान करके साफ और सवच्छ वस्त्र पहने।
  • वस्त्र- अगर आप के पास लाल या हरा रंग वस्त्र हो तो वो पहन कर भी मंत्र का जाप कर सकते है।
  • शुद्ध- अब आप गंगाजल को लेकर घर और मंदिर को शुद्ध कर ले।
  • अर्पित करें- अब आप फूल, गंगाजल, दूध, दही, सिंगार का सामान इत्यादि चढ़ाये।
  • ध्यान- मंत्र ध्यान हाथ जोड़कर मन मे अपनी इच्छा रखते हुए ध्यान करें।
  • आरती- मंत्र जाप ख़त्म करने के बाद आरती करके पूजा को सम्पन करें क्युकी आरती के बिना पूजा अधूरी मानी जाती है।
  • आशीर्वाद- मंत्र जाप ख़त्म होने के बाद अपने इच्छा अनुसार आशीर्वाद की फल प्राप्ति की कामना करें। 

शिव शक्ति मंत्र जाप करने के लाभ

  • यश और वैभव – मंत्र का जाप करने से भक्तों को यश और वैभव की प्राप्ति होती है। 
  • धन की प्राप्ति – जाप करने से धन की प्राप्ति होती है।
  • मन की शांति- इस मंत्र का जाप करने से मन शांत और सुखी रहता है ,
  • दम्पत्य जीवन – जाप करने से दाम्पत्य जीवन में सुख शांति बनी रहती है। 
  •  मनोकामनापूर्ण- जाप करने से मनोकामना जल्दी पूर्ण होती है।

FAQ

 इस शक्ति मंत्र का जाप कितनी बार करना चाहिए?

इस मंत्र का जाप आप 108 बार या उससे कम समय में भी अपनी श्रद्धा और समय पर कर सकते हैं। 

इस शक्ति मंत्र किस दिन करना चाहिए?

इस मंत्र का जाप किसको करना चाहिए ?

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