शिव स्तुति लिरिक्स | Shiv stuti Lyrics : शिव जी की पूजा

भगवान शिव के भक्तों के लिए शिव स्तुति के लिरिक्स अत्यंत महत्वपूर्ण होते हैं। Shiv stuti Lyrics में भगवान शिव की महिमा, उनकी शक्ति, और उनके भक्तों के प्रति उनकी कृपा का वर्णन किया गया है।

यह भक्ति और आध्यात्मिकता की भावना को व्यक्त करते हैं और भक्तों को शिव के प्रति अपनी अनन्त श्रद्धा को प्रकट करने का माध्यम प्रदान करते हैं। इन लिरिक्स के माध्यम से भक्त शिव की पूजा-अर्चना करते हैं और उनसे आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।

आशुतोष शशाँक शेखर, चन्द्र मौली चिदंबरा ।
कोटि कोटि प्रणाम शम्भू, कोटि नमन दिगम्बरा ॥

निर्विकार ओमकार अविनाशी, तुम्ही देवाधि देव,
जगत सर्जक प्रलय करता, शिवम सत्यम सुंदरा ॥

निरंकार स्वरूप कालेश्वर, महा योगीश्वरा ।
दयानिधि दानिश्वर जय, जटाधार अभयंकरा ॥

शूल पानी त्रिशूल धारी, औगड़ी बाघम्बरी ।
जय महेश त्रिलोचनाय, विश्वनाथ विशम्भरा ॥

नाथ नागेश्वर हरो हर, पाप साप अभिशाप तम ।
महादेव महान भोले, सदा शिव शिव संकरा ॥

जगत पति अनुरकती भक्ति, सदैव तेरे चरण हो ।
क्षमा हो अपराध सब, जय जयति जगदीश्वरा ॥

जनम जीवन जगत का, संताप ताप मिटे सभी ।
ओम नमः शिवाय मन, जपता रहे पञ्चाक्षरा ॥

आशुतोष शशाँक शेखर, चन्द्र मौली चिदंबरा ।
कोटि कोटि प्रणाम शम्भू, कोटि नमन दिगम्बरा ॥

॥ कोटि नमन दिगम्बरा.. कोटि नमन दिगम्बरा ॥

शिव स्तुति के लिरिक्स करने की विधि निम्नलिखित है:

  1. प्रारंभ करें: गाने से पहले ध्यान और श्रद्धा के साथ अपने मन को शिव के प्रति अर्पित करें।
  2. तैयारी: स्थान और समय का चयन करें जो ध्यान और समर्पण के लिए उपयुक्त हो। आप एक मंदिर में, या अपने घर के धार्मिक क्षेत्र में इसे गा सकते हैं।
  3. ध्यान: शिव जी के फोटो या मूर्ति के सामने बैठें और ध्यान लगाएं। अपने मन को शांत और स्थिर रखें।
  4. पाठ: स्तुति का प्रारंभ करें।
  5. समापन: समाप्त करने के बाद ध्यान को फिर से संग्रहित करें और धन्यवाद अर्पित करें।

यही है शिव स्तुति के लिरिक्स करने की सामान्य विधि। यह समर्पण और आदर का एक श्रेष्ठ उपाय है भगवान शिव के प्रति।

शिव स्तुति से होने वाले कुछ लाभ

वैसे तो बहुत से लाभ है जिसमे से कुछ लाभ निम्नलिखित है।

  • मन को शांति और शक्ति प्रदान करता है।
  • अच्छे स्वास्थ्य और रोगनिवारण में मदद करता है।
  • ध्यान और ध्यान की क्षमता को बढ़ाता है।
  • जीवन में समृद्धि और सफलता का मार्ग दिखाता है।
  • आत्मिक शुद्धि और संतोष को प्राप्त करने में मदद करता है।
  • शिव के आशीर्वाद से भक्त का मन शुद्ध होता है और वह उनके आत्मा में समाहित होता है।
  • भक्ति और श्रद्धा को बढ़ाता है और विचारों को उच्च स्तर पर पहुंचाता है।
  • भगवान शिव के ध्यान से मनुष्य का जीवन संतुलित और उत्तम होता है।
  • भक्त को संसार में उत्तम आदर्शों की प्राप्ति में मदद मिलती है।
  • जाप और पठन मन को विचारशील बनाता है और उसे अध्यात्मिक ऊर्जा से प्रेरित करता है।

शिव स्तुति के लाभ आपके कर्मो पर निर्धारित करता है। ये सभी लाभ उनके भक्तो के द्वारा बताया गया है। वैसे तो इस इसको अन्य भाषाओ में कर सकते है जैसे – shiv stuti marathi, shiv stuti in sanskrit, shiv stuti lyrics in english इत्यादि।

FAQ

शिव स्तुति के शब्द कौन लिखे हैं?

इस स्तुति के शब्द को रचा है रामावतार त्यागी जी ने।

इस स्तुति को कब गाई जाती है?

शिव स्तुति में कौन-कौन से भजन होते हैं?

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